मदकोट
मदकोट मुनस्यारी से २२ किलोमीटर आगे है । अगर आप मुनस्यारी से आ रहे हो तो आप को सरमोली ,जैती ,दरकोट ,सेविला ,भदेली ,गावे से होकर आना होता है । अगर आप पिथौरागढ़ ,से आ रहे हो तो आप को जौलजीवी ,बरम ,बंगापनी,से होकर आना होता है ।
मदकोट,गोरी नदी और मंदाकनी के बीच घिरी है ,अर्थात एक ओर से गोरीगंगा आती है और दूसरी ओर से मंदाकनी नदी आती है,और मदकोट के छोर पर मिल जाती है , जहा पर "शिव जी " का मंदिर भी है । यहाँ पर हर साल शिव रात्रि के समय भगवान शिव के पूजा की जाती है और यहाँ मेले का भी आयोजन किया जाता है ,
मदकोट मे समय समय पर अनेक भब्य समारोह का आयोजन किया जाता है ।
मदकोट में एक गर्म पानी का श्रोत भी है ,सभी गाव लोग और शैलानी यहाँ आते है और गर्म पानी का मज़ा लेते है ।