हनुमान मंदिर ,बेटूली धार
बेटुली धार मुनस्यारी से 9 किलोमीटर थल - मुनस्यारी वाले रास्ते पर है ,यहाँ पर हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित है । अगर यहाँ आना हो तो से पैदल और गाड़ी से आया जा सकता है ,पैदल जाए तो 4-5 किलोमीटर है मुनस्यारी से डोरीचौर ,पशु अस्पताल से थोडा आगे जाने पर पातल थोर (जहाँ कुछ समय के लिए चरवाहे अपने मवेशी ले के आते हैं ) आता है ,और वहां से एक मोड़ से बेटुली धार का एक छोटा रास्ता पड़ता है,वही से बेटुली धार पहुँचा जा सकता है, पहले जब वाहन ज्यादा नहीं होते थे, तब पैदल ही जाया करते थे, अब तो रात दिन गाड़ियां चलती है।
हेमंत ऋतु में यहाँ स्की का आयोजन भी किया जाता है यहाँ स्की के लिए अनुकूल वातावरण है । यहाँ से आगे दो रास्तें जाते हैं
हेमंत ऋतु में यहाँ स्की का आयोजन भी किया जाता है यहाँ स्की के लिए अनुकूल वातावरण है । यहाँ से आगे दो रास्तें जाते हैं एक थामरी कुण्ड की तरफ और एक थल की तरफ ,हेमंत ऋतु में पूरा मुनस्यारी देखने लायक होता है चारों ओर बर्फ की सफ़ेद चादर बिछी होती है और इस वजह से यहाँ पर्यटकों की भरमार होती है।